लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव होने वाले हैं। अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव होना है। इससे पहले प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में इजाफा हो गया है। इसी को लेकर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने चिंता जाहिर की है। कानून व्यवस्था पर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि चुनाव से पहले हत्याओं का दौर शुरू हो गया है, जो चिंताजनक और दुखद है। बता दें, बीते दिनों आजमगढ़ में बसपा नेता कलामुद्दीन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मायावती ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘यूपी में विधानसभा व पंचायत चुनाव से पहले नेताओं, वकीलों व व्यापारियों आदि की हत्याओं का दौर शुरू हो जाना चिन्ताजनक। किन्तु अति-दुखद व निन्दनीय है इन घटनाओं को गंभीरता से न लेकर इन्हें पुरानी रंजिश आदि बताकर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करना। सरकार ध्यान दे। साथ ही, यूपी विधानसभा के कल से शुरू हो रहे सत्र में किसानों व जनहित के अहम मुद्दों के साथ-साथ अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था के मामले में सरकार की घोर लापरवाही व द्वेषपूर्ण कार्रवाई आदि के प्रति सरकार को जनता के प्रति जवाबदेह बनाने का प्रयास करने का पार्टी विधायकों को निर्देश।’ यूपी में 18 फरवरी से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। 22 फरवरी को यूपी सरकार अपना बजट पेश करेगी, जो विधानसभा चुनाव से पहले इस कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट होगा।
बता दें, इससे पहले मायावती ने देश में पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर बसपा की ओर से केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर तुंरत ध्यान देने की मांग की थी। मायावती ने ट्वीट किया, ‘देश में पेट्रोल, डीजल की कीमत अनियंत्रित होकर आसमान छू रही है तथा करोड़ों मध्यम वर्ग व मेहनतकश जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है लेकिन जनहित के इस खास मुद्दे पर भी सरकार का खामोश दर्शक बने रहना अतिदुखद। महंगाई बढ़ाने वाले इस मुद्दे पर सरकार से तुरन्त ध्यान देने की बीएसपी की मांग।’